Difference Between Bridge and Gateway in Hindi

आज के इस पोस्ट में हम Difference Between Bridge and Gateway in Hindi में जानेंगे की Bridge और Gateway के बीच में क्या अंतर होता हैं?

Difference Between Bridge and Gateway in Hindi

Difference Between Bridge and Gateway in Hindi

Bridge और  Gateway को कंप्यूटर नेटवर्किंग की backbone devices कही जाती है। Bridge OSI मॉडल की physical layer और data link layer पर काम करता हैं और Gateway OSI मॉडल की सभी सातो Layers पर काम करता हैं।

Bridge और  Gateway के बीच अंतर को जानने से पहले हम Network Bridge और Gateway किसे कहते है? यह जानते है उसके बाद हम इनके बीच के अंतर को जानेंगे।

What is Network Bridge in Hindi-Network Bridge किसे कहते है?

Bridge एक नेटवर्किंग डिवाइस होती है जो OSI मॉडल की physical layer और data link layer पर काम करता हैं यह एक ही प्रोटोकॉल पर काम करने वाले दो अलग-अलग LAN को जोड़ता है। इसके अलावा Bridge में पैकेट का फॉर्मेट नहीं बदलता है।

एक Bridge एक बड़े नेटवर्क को छोटे सेगमेंट में विभाजित कर सकता है और इसका उपयोग दो अलग LAN नेटवर्क को जोड़ने के लिए भी किया जाता है। Bridge का  मुख्य उद्देश्य दो अलग LAN के बीच फ्रेम को ट्रांसमिट करना है।

जब किसी Bridge को कोई  Frame प्राप्त होता है तो यह सिग्नल Regenerate करता है और फ्रेम के Destination Address की जांच करता है और उसे आगे फॉरवर्ड कर देता हैं।

Bridge नेटवर्क में डाटा को Broadcast नहीं करता है बल्कि वह डाटा को destination/receiver station को ही Foreword करता हैं।

आइए हम निम्नलिखित steps के माध्यम से एक Bridge के कार्य को समझते हैं: –

  • Bridge जो Frame रिसीव करता हैं उसमे Destination का Address होता हैं।
  • Bridge एक look-up table को मेन्टेन करता है जिसमे नेटवर्क के सभी डिवाइस का Physical address होता हैं।
  • यह फ़्रेम में Destination address की तुलना look-up table के पते से करता है।
  • यदि एक कोई मैच पाया जाता है तो Bridge को यह पता चलता है कि पैकेट किस सेगमेंट का है और पैकेट को अपने destination station तक आगे Foreword कर देता है।

Types of Bridge

Simple Bridge- यह सबसे कम खर्चीला Bridge है इसमें  केवल दो LAN को जोड़ा जा सकता है और इसमें lookup table को मैन्युअली बनाना पड़ता हैं।

Multiport Bridge: यह 2 से अधिक LAN नेटवर्क को आपस में कनेक्ट कर सकता हैं।

Transparent Bridge: यह अपने आप ही Look up Table को बनाता हैं और उसे अपडेट करता रहता हैं।

What is Gateway in Hindi- Gateway किसे कहते है?

Gateway कम्यूटर नेटवर्क में इस्तेमाल होने वाली एक डिवाइस है जो OSI Model की सारी Layers पर काम करता हैं।एक Network Gateway दो नेटवर्क को आपस में जोड़ता है ताकि एक नेटवर्क की  डिवाइस दूसरे नेटवर्क की डिवाइस के साथ Communication कर सकें।

Gateway के बिना आप एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में Data को Send और Receive नहीं कर सकते और न ही आप इंटरनेट को एक्सेस कर सकते हैं।

एक नेटवर्क में Gateway को पूरी तरह से सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, या दोनों के संयोजन में लागू किया जा सकता है ज़्यदातर नेटवर्क में firewalls और  proxy servers को Gateway के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं।

आइए हम निम्नलिखित steps के माध्यम से एक Gateway के कार्य को समझते हैं: –

  • एक Gateway  पैकेट को स्वीकार करता है जो एक प्रोटोकॉल के लिए Formatted होता है, जिसे Sender के नेटवर्क द्वारा उपयोग किया जाता है।
  • यह प्राप्त हुए पैकेट को दूसरे प्रोटोकॉल के लिए Convert करता है जिसे Receiver के नेटवर्क द्वारा उपयोग किया जाता है।
  • पैकेट के Format को परिवर्तित करने के बाद Gateway उस पैकेट को destination/receivers network के लिए Forward करता है।

Difference Between Bridge and Gateway in Hindi

दोस्तों अभी तक हमने जाना की What is Network Bridge in Hindi-Network Bridge किसे कहते है? और  What is Gateway in Hindi- Gateway किसे कहते है? अब हम जानते है की Network Bridge और Gateway में क्या अंतर हैं।

S.NO BRIDGE GATEWAY
1. Bridge OSI मॉडल के Data link और Physical layer पर काम करता हैं।  Gateway OSI मॉडल की सारी Layers पर काम करता हैं।
2. Bridge दो different LAN नेटवर्क को आपस में कनेक्ट करता है।  इसका इस्तेमाल LAN नेटवर्क की इनफार्मेशन को बाहर सेंड और Receive करने के लिए किया जाता हैं।
3. Bridge एक ही प्रोटोकॉल पर काम करने वाले दो अलग LAN को जोड़ता है जबकि Gateway  पूरी तरह से अलग प्रोटोकॉल को लागू करने वाले नेटवर्क में पैकेट को स्थानांतरित करता हैं।
4. Bridge में डेटा Frame  के रूप में होता है। इसमें भी Data और इनफार्मेशन पैकेट के फॉर्म में होती हैं।
5. Bridge में packet का format change नहीं होता हैं। Gateway में packet का format change होता हैं।
6. Router के साथ Bridge Installed नहीं किया जाता हैं। Router के साथ Gateway को Installed किया जाता हैं।

Conclusion

आज की इस पोस्ट में हमने जाना Difference Between Bridge and Gateway in Hindi की Network Bridge और Gateway में क्या अंतर होता हैं।

साथ ही हमने What is Network Bridge in Hindi-Network Bridge किसे कहते है? और  What is Gateway in Hindi- Gateway किसे कहते है, इसके बारे में भी डिटेल्स में जाना।

नेटवर्क Bridge OSI मॉडल की केवल data link layer और physical layer पर ही काम करता है जहां डेटा फ़्रेम के रूप में होता है। Gateway OSI मॉडल के सभी Layers पर संचालित होता है और इसमें डाटा पैकेट के रूप में होता हैं।

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Ravi Giri
Ravi Girihttp://hinditechacademy.com/
नमस्कार दोस्तों, मै रवि गिरी Hindi Tech Academy का संस्थापक हूँ, मुझे पढ़ने और लिखने का काफी शौख है और इसीलिए मैंने इस ब्लॉग को बनाया है ताकि हर रोज एक नयी चीज़ के बारे में अपने ब्लॉग पर लिख कर आपके समक्ष रख सकू।

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