आज के इस पोस्ट में हम Difference Between POP3 and IMAP in Hindi में जानेंगे की POP3 और IMAP Protocol के बीच में क्या अंतर होता हैं?
Difference Between POP3 and IMAP in Hindi
POP3 और IMAP दोनों प्रोटोकॉल का इस्तेमाल Mail Server से Users के लोकल कंप्यूटर पर इमेल्स को एक्सेस करने के लिए किया जाता है। POP3 और IMAP दोनों ही message accessing agents है। POP3 और IMAP दो प्रोटोकॉल का उपयोग तब किया जाता है जब मेल सेन्डर और रिसीवर WAN या LAN नेटवर्क द्वारा मेल सर्वर से जुड़े होते हैं।
जहा SMTP प्रोटोकॉल क्लाइंट के कंप्यूटर से मेल सर्वर तक और एक मेल सर्वर से दूसरे मेल सर्वर में मेल ट्रांसफर करता है। जबकि POP3 IMAP सिर्फ मेल्स को रिसीव करने के लिए किया जाता है ।
IMAP प्रोटोकॉल में POP3 से कुछ ज़्यदा फीचर होते है अगर POP3 और IMAP के बीच मूल अंतर की बात की जाये तो यह है की POP3 Prorotol सारी मेल्स को आपके लोकल कंप्यूटर में डाउनलोड करता है और सर्वर से उन मेल्स को डिलीट कर देता है।
जबकि IMAP प्रोटोकॉल एक two-way incoming mail protocol जो Mails को डाउनलोड करने से बजाय केवल ईमेल हेडर डाउनलोड करता है।
POP3 और IMAP प्रोटोकॉल में और भी बहुत सारे अंतर है जिनको हम नीचे Diffrence Table के माध्यम से नीचे जानेंगे लेकिन उससे पहले हम POP3 और IMAP को अच्छे से समझते है।
What is IMAP in Hindi-IMAP प्रोटोकॉल किसे कहते है?
IMAP जिसका पूरा नाम Internet Message Access Protocol होता है यह एक Mail प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग किसी लोकल क्लाइंट के द्वारा रिमोट मेल सर्वर से Mails को एक्सेस करने के लिए किया जाता है। Emails को retrieving करने के लिए IMAP और POP3 दो सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले इंटरनेट मेल प्रोटोकॉल हैं और यह दोनों प्रोटोकॉल सभी आधुनिक ईमेल क्लाइंट और वेब सर्वर को सपोर्ट करते हैं।
यह POP3 के विपरीत, एक two-way incoming mail protocol है जो अपनी संपूर्ण कंटेंट के बजाय केवल ईमेल हेडर डाउनलोड करता है। IMAP Protocol के इस्तेमाल से ईमेल Users के Local कंप्यूटर और सर्वर दोनों पर रहती है जिससे यूजर उन्हें दूसरे प्लेटफॉर्म से भी एक्सेस कर सकता है। जब User अपने ईमेल क्लाइंट पर जो भी बदलाव करता तो यह प्रोटोकॉल उसे अपडेट कर देता है।
यह प्रोटोकॉल उन Users के लिए काफी Useful है जो अपनी Emails को एक से अधिक डिवाइस पर एक्सेस करते है। IMAP में सारी मेल्स सर्वर पर रहती है इसलिए अगर आपका डिवाइस कही खो जाती है तो उस केस में आपके मेल्स का डेटा Safe रहता है।
हालाँकि, आपको IMAP सर्वर में स्टोर सभी ईमेल को एक्सेस करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होगी है और Email Accounts की storage space limit भी आपके इमेल्स में कुछ समस्याएँ उत्पन्न कर सकती है, खासकर यदि आप ज़्यदा इमेल्स सेंड और receive करते हैं।
Default IMAP ports:
ईमेल सर्वर से कनेक्शन को Establish करने के लिए IMAP निम्नलिखित Port Numbers का इस्तेमाल करता है।
- Port 143 – non-encrypted port
- Port 993 – SSL/TLS port, also known as IMAPS
What is POP3 in Hindi- POP3 प्रोटोकॉल किसे कहते है?
POP3 (Post Office Protocol version 3) एक one-way incoming mail protocol है जो Email Server से Local मशीन पर Message की Copy को डाउनलोड करता है। एक बार जब पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल प्रक्रिया पूरी कर लेता है, तो यह सर्वर के इनबॉक्स से ओरिजिनल डेटा को हटा देता है और वह डाटा लोकल मशीन में सेव हो जाता है।
अगर दूसरे शब्दों में कहे तो POP3 प्रोटोकॉल Emails को Remote Server से लोकल ईमेल क्लाइंट पर Receive करने के लिए एक Standard प्रोटोकॉल है। POP3 आपको अपने लोकल कंप्यूटर पर ईमेल मैसेज को डाउनलोड करने और बिना इंटरनेट के ऑफ़लाइन ही उन्हें एक्सेस करने की अनुमति देता है।
समान्य तौर पर POP3 प्रोटोकॉल का इस्तेमाल तब किया जाता है जब User अपनी ईमेल को एक्सेस करने के लिए केवल एक ही डिवाइस का उपयोग करते हैं और साथ अपनी इमेल्स को ऑफलाइन ही रीड करना चाहते है। यह उन लोगों के लिए भी उपयोगी है जो अपने ऑनलाइन इनबॉक्स के Space को Free रखना चाहते हैं।
इसमें Users के सारे Mails लोकल कंप्यूटर में ही एक PST फाइल में स्टोर होते है और अगर यह फाइल डिलीट हो जाती है तो आपके सारे Mails भी डिलीट हो जायेंगे।
Default POP3 Ports:
ईमेल सर्वर से कनेक्शन को Establish करने के लिए POP3 निम्नलिखित Port Numbers का इस्तेमाल करता है।
- Port 110 – non-encrypted port
- Port 995 – SSL/TLS port, also known as POP3S
Difference Between POP3 and IMAP in Hindi
अभी तक ऊपर हमने जाना की POP3 और IMAP किसे कहते है? अगर आपने ऊपर दी गयी सारी बाते ध्यान से पढ़ी है तो आपको POP3 और IMAP के बीच क्या अंतर है इसके बारे में पता चल गया होगा ।
अगर आपको अब भी POP3 और IMAP में कोई confusion है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।
BASIS FOR COMPARISON | POP3 | IMAP |
---|---|---|
Basic | इसमें Mails पढ़ने के लिए इसे पहले डाउनलोड करना होगा। | इसमें इमेल्स को डाउनलोड करने से पहले मेल कंटेंट को आंशिक रूप से जांचा जाता है। |
Organize | उपयोगकर्ता मेल सर्वर के मेलबॉक्स में मेलों को व्यवस्थित नहीं कर सकता है। | यूजर अपनी मेल्स को सर्वर पर Organized कर सकता है। |
Folder | उपयोगकर्ता मेल सर्वर पर मेलबॉक्सों को Create Delete और Rename नहीं सकता है। | यूजर मेल सर्वर पर अपने मेलबॉक्स को Create, Delete और Rename कर सकता है। |
Content | यूजर डाउनलोड किये बिना मेल में कंटेंट को सर्च नहीं कर सकता है। | एक उपयोगकर्ता Mails को डाउनलोड करने से पहले मेल खोज सकता है। |
Partial Download | मेल को एक्सेस करने के लिए यूजर को मेल्स डाउनलोड करना होगा। | बैंडविड्थ सीमित होने पर उपयोगकर्ता आंशिक रूप से मेल डाउनलोड कर सकता है। |
Functions | POP3 एक सिंपल Mail प्रोटोकॉल है और इसमें limited function होते है। | IMAP अधिक शक्तिशाली है और जटिल है साथ ही इसमें POP3 की अधिक फीचर होते होते हैं। |
Conclusion
आज के इस पोस्ट में हमने Difference Between POP3 and IMAP in Hindi की POP3 और IMAP Protocol के बीच में क्या अंतर होता हैं इसके बारे में जाना और साथ ही POP3 और IMAP को भी अच्छे से समझा।
दोनों ही POP3 और IMAP मेल को एक्सेस करने वाले प्रोटोकॉल हैं। लेकिन IMAP अधिक शक्तिशाली है और इसमें POP3 की अपेक्षा अधिक फीचर पाए जाते है।
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