आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे Prokaryotic और Eukaryotic Translation किसे कहते है और Difference Between Prokaryotic and Eukaryotic Translation in Hindi की Prokaryotic और Eukaryotic Translation में क्या अंतर है?
Prokaryotic और Eukaryotic Translation के बीच क्या अंतर है?
Translation की प्रक्रिया में, न्यूक्लियोटाइड ट्रिपलेट्स, जिन्हें कोडन के रूप में संदर्भित किया जाता है, mRNA पर मौजूद एक एमिनो एसिड अनुक्रम में Translate किया जाएगा। Prokaryotic और Eukaryotic Translation प्रोटीन संश्लेषण में शामिल होते हैं।
यूकेरियोटिक और प्रोकैरियोटिक ट्रांसलेशन के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि यूकेरियोटिक ट्रांसलेशन और प्रतिलेखन एक अतुल्यकालिक प्रक्रिया है जबकि प्रोकैरियोटिक ट्रांसलेशन और प्रतिलेखन एक समकालिक प्रक्रिया है।
Prokaryotic और Eukaryotic Translation में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते है जिनको हम Difference टेबल के माध्यम से नीचे समझेंगे लेकिन उससे पहले हम Prokaryotic और Eukaryotic Translation किसे कहते है इसको और अच्छे से समझ लेते है।
What is Prokaryotic in Hindi– प्रोकैरियोटिक ट्रांसलेशन क्या होता है?
प्रोकैरियोटिक ट्रांसलेशन एक सतत प्रक्रिया है जहां कोशिका द्रव्य में प्रतिलेखन और अनुवाद दोनों होते हैं। प्रोकैरियोटिक जीव एककोशिकीय होते हैं जिसका अर्थ है कि उनका पूरा जीवन एक कोशिका पर आधारित है।
What is eukaryotic in Hindi-यूकेरियोटिक ट्रांसलेशन क्या होता है?
यूकेरियोटिक ट्रांसलेशन एक असंतत प्रक्रिया है जहां प्रतिलेखन नाभिक में होता है और साइटोप्लाज्म में ट्रांसलेशन होता है। यूकेरियोट जीव बहुकोशिकीय होते हैं जिसका अर्थ है कि वे विशेष कार्य करने वाली कोशिकाओं से बने होते हैं।
Difference Between Prokaryotic and Eukaryotic Translation in Hindi
अभी तक ऊपर हमने जाना की Prokaryotic और Eukaryotic Translation किसे कहते है अगर आपने ऊपर दी गयी सारी चीजे ध्यान से पढ़ी है तो आपको Prokaryotic और Eukaryotic Translation के बीच क्या अंतर है इसके बारे में अच्छे से पता चल गया होगा।
अगर आपको अब भी Prokaryotic और Eukaryotic Translation क्या होता है और इसमें क्या अंतर है इसको समझने में में कोई कन्फ़्युशन है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।
Basis of Distinction | Prokaryotic Translation | Eukaryotic Translation |
Meaning | वह प्रक्रिया जिसके माध्यम से DNA के भीतर मौजूद मैसेंजर RNA प्रोकैरियोटिक प्राणियों के भीतर प्रोटीन में परिवर्तित होने लगता है। | वह प्रक्रिया जिसके माध्यम से DNA के भीतर मौजूद मैसेंजर RNA यूकेरियोटिक प्राणियों के भीतर प्रोटीन में परिवर्तित होने लगता है। |
Occurrence | 70 S ribosomes. | 80 S ribosomes. |
Initiation Factor | Initiation कारकों की संख्या तीन है। | Initiation कारक की संख्या नौ रहती है। |
Location | निरंतर आधार पर होता है क्योंकि ट्रांसलेशन और प्रतिलेखन दोनों एक ही स्थान पर होते हैं। | एक असंतत इकाई के रूप में होता है क्योंकि ट्रांसलेशन की प्रक्रिया साइटोप्लाज्म में होती है, और दूसरी नाभिक में होती है। |
Conclusion
आज के इस पोस्ट में हमने जाना की Prokaryotic और Eukaryotic Translation किसे कहते है और Difference Between Prokaryotic and Eukaryotic Translation in Hindi की Prokaryotic और Eukaryotic Translation में क्या अंतर है।