Difference Between Static and Dynamic Routing in Hindi

आज के इस पोस्ट में हम Difference Between Static and Dynamic Routing in Hindi में जानेंगे की Static और Dynamic  के बीच में क्या अंतर होता हैं?

Difference Between Static and Dynamic Routing in HindiDifference Between Static and Dynamic Routing in Hindi

एक राउटर का उपयोग एक राउटर से डेटा को दूसरे राउटर में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है दूसरे शब्दों में कहे तो यह दो अलग-अलग नेटवर्क को आपस में कनेक्ट करता है। एक राऊटर दूसरे राऊटर से कम्युनिकेशन करने के लिए Routing Table का उपयोग करता है। Routing Table को बनाने के दो बेसिक तरीके हैं वह Static Routing और Dynamic Routing है।

अगर इन दोनों के बीच के मुख्य अंतर की बात करे तो Static Routing में Routing Table को मैन्युअल रूप से सेट और संशोधित किया जाता है जबकि Dynamic Table में Routing Table को राउटिंग प्रोटोकॉल की मदद से स्वचालित रूप से बनाया जाता है। नेटवर्क में Static Routing की अपेक्षा Dynamic Routing को ज़्यदा प्राथमिकता दी जाती है। क्योंकि Static Routing में लिंक / नोड फेल होने की स्थिति में नेटवर्क सारा नेटवर्क डाउन हो जाता है।

Static Routing और Dynamic Routing में और भी कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते है जिनको हम नीचे Difference Table के माध्यम से नीचे जानंगे लेकिन उससे पहले हम Static Routing और Dynamic Routing क्या होता है इसके और अच्छे से जान लेते है।

What is Static Routing in Hindi-Static Routing क्या होती है?

Static Routing में Network Administrator के द्वारा दो राऊटर के बीच के Route को कॉन्फ़िगर किया जाता है मतलब इसमें Routing Table को नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा बनाया जाता है और इसमें कोई भी अपडेट अपने आप नहीं होता जब तक वह Routing Table में मैन्युअल रूप से कुछ बदलाव नहीं करता।

Routing Table की बात करे तो यह वे टेबल होते हैं जिनमें Routing की सारी इनफार्मेशन होती है की एक राऊटर के पैकेट को दूसरे राऊटर के पास किस-किस रास्ते से ट्रांसफर किया जा सकता है।

Static Routing को डिजाइन करना और उसे Implement करना बहुत आसान है। अगर नेटवर्क में राऊटर की संख्या कम होती है तो उसके लिए  Static Routing को सबसे अच्छा विकल्प माना है क्योंकि इसके लिए मैन्युअल अपडेट की आवश्यकता होती है। Static Routing  को non-adaptive routing के लिए भी जाना जाता है क्योंकि यह Routing Path को स्वचालित रूप से नहीं अपनाता है।

Advantages and Disadvantages Static Routing

अब हम Static Routing के Advantages और Disadvantages के बारे में जानेंगे जो कुछ इस प्रकार है :

Advantages 

  • इसको छोटे नेटवर्क में इम्प्लीमेंट करना बहुत ही आसान है।
  • राऊटर के CPU पर ज्यादा लोड नहीं पड़ता है।
  • इसमें Route को मैन्युअली बनाया जाता है इसलिए काफी सिक्योर है।
  • राउटर के बीच बैंडविड्थ उपयोग की आवश्यकता नहीं है।

Disadvantages 

  • यह बड़े नेटवर्क के लिसे Suitable नहीं है।
  • लिंक फेल होना ट्रैफिक रीरूटिंग में बाधा बन सकता है।
  • Route को कॉन्फ़िगर करते समय  Administrator को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है।

What is Dynamic Routing in Hindi-Dynamic Routing किसे कहते है?

Dynamic routing के द्वारा Packet को एक राऊटर से दूसरे राऊटर पर ट्रांसफर किया जाता है इसमें Routing Table अपने आप अपडेट होती रहती है अगर नेटवर्क में Routing को लेकर कोई परिवर्तन होते हैं तो Dynamic routing  में Routing Table को मैन्युअल रूप से अपडेट करने की आवश्यकता नहीं है इसमें Routing Table अपने आप ही अपडेट होती रहती है।

Routers के बीच के रास्तो को जिनको Routing Path कहा जाता है और इन्ही के द्वारा नेटवर्क में डेटा पैकेट को ट्रांसमिट किया जाता है। जब भी नेटवर्क में कोई परिवर्तन होता है तो इसकी इनफार्मेशन को नेटवर्क में ब्रॉडकास्ट किया जाता है और फिर सारे राऊटर इन परिवर्तनों को अपनी Routing Table में अपडेट कर लेते है। Dynamic routing को Adaptive routing के लिए भी जाना जाता है क्योंकि यह राउटिंग पाथ को स्वचालित रूप से अपनाता है।

Advantages and Disadvantages of Dynamic Routing

अब हम Dynamic Routing के Advantages और Disadvantages के बारे में जानेंगे जो कुछ इस प्रकार है :

Advantages

  • यह सभी प्रकार के नेटवर्क टोपोलॉजी के लिए सूटेबल है।
  • नेटवर्क आकार राउटर संचालन को प्रभावित नहीं करता है।
  • इसमें लिंक फेल होने की स्थित में ट्रैफिक को ऑटोमैटिक ही Reroute कर दिया जाता है।

Disadvantages

  • प्रारंभ में, इसे इम्प्लीमेंट करना थोड़ा जटिल हो सकता है।
  • Routing Update का ब्रॉडकास्ट और मल्टीकास्टिंग इसे कम सुरक्षित बनाता है।
  • इसमें सीपीयू, मेमोरी और लिंक बैंडविड्थ जैसे अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है।

Static Routing और Dynamic Routing में क्या अंतर होता है?

अभी तक ऊपर हमने जाना की Static Routing और Dynamic Routing किसे कहते है अगर आपने ऊपर दी गयी सारी चीजे ध्यान से पढ़ी है तो आपको Static Routing और Dynamic Routing के बीच क्या अंतर है इसके बारे में पता चल गया होगा।

अगर आपको अब भी Static Routing और Dynamic Routing क्या होता है और इसमें क्या अंतर है में कोई Confusion है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।

S.NO STATIC ROUTING DYNAMIC ROUTING
1. Static Routing में  routes को नेटवर्क एडमिन डिफाइन करता है। Dynamic routing में टोपोलॉजी के अनुसार रूट अपडेट किए जाते हैं।
2. Static में complex routing algorithms का उपयोग नहीं होता है। Dynamic routing में complex routing algorithms का उपयोग होता है।
3. Static routing काफी सिक्योर होती है। डायनामिक रूटिंग कम सुरक्षा प्रदान करती है।
4. Static routing manual की जाती है। Dynamic routing  automated होती है।
5. Static routing छोटे नेटवर्क के लिए सूटेबल है। यह काफी बड़े नेटवर्क के लिए सूटेबल है।
6.  इसमें राऊटर के CPU पर ज्यादा लोड पड़ता है।  इसमें राऊटर के CPU पर ज्यादा लोड नहीं पड़ता है।
7.  Static Routing लिंक फेल की स्थित में ट्रैफिक रीरूटिंग में बाधा बन सकता है। इसमें लिंक फेल होने की स्थित में ट्रैफिक को ऑटोमैटिक ही Reroute कर दिया जाता है।

Conclusion

आज के इस पोस्ट में हमने जाना Difference Between Static and Dynamic Routing in Hindi की Static और Dynamic  Routing के बीच में क्या अंतर होता हैं और साथ में  इसको भी अच्छे से समझा की Static और Dynamic Routing किसे कहते है।

रूटिंग कंप्यूटर नेटवर्किंग का सबसे महत्वपूर्ण ऑपरेशन है जिसमें डेटा पैकेट को कम देरी के साथ सबसे अच्छे रास्ते का उपयोग करके Source  से Destination नेटवर्क तक ट्रांसफर किया जाता है इसमें सबसे अच्छे मार्ग को routing techniques की मदद से चुना जाता है।

Static और Dynamic Routing  के बीच मुख्य अंतर यही है की Static Routing में Routing Table को मैन्युअल रूप से अपडेट किया जाता है जबकि डायनामिक रूटिंग में प्रोटोकॉल का उपयोग करके Routing Table  को स्वचालित रूप से अपडेट की जाती है

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Ravi Giri
Ravi Girihttp://hinditechacademy.com/
नमस्कार दोस्तों, मै रवि गिरी Hindi Tech Academy का संस्थापक हूँ, मुझे पढ़ने और लिखने का काफी शौख है और इसीलिए मैंने इस ब्लॉग को बनाया है ताकि हर रोज एक नयी चीज़ के बारे में अपने ब्लॉग पर लिख कर आपके समक्ष रख सकू।

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