अक्सर, सोनोग्राम और अल्ट्रासाउंड शब्द का परस्पर उपयोग किया जाता है। हालाँकि, दोनों में अंतर है: आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे Ultrasound और Sonography किसे कहते है और Difference Between Ultrasound and Sonography in Hindi की Ultrasound और Sonography में क्या अंतर है?
Difference Between Ultrasound and Sonography in Hindi-अल्ट्रासाउंड और सोनोग्राफी के बीच क्या अंतर है?
आपने “सोनोग्राम” और “अल्ट्रासाउंड” शब्दों को एक दूसरे के स्थान पर उपयोग करते हुए सुना होगा इसलिए दोनों के बीच काफी भ्रम बना रहता ही की यह दोनों चीजे एक ही है या अलग।
इन शब्दों का वास्तव में क्या अर्थ है, और वे एक दूसरे से कैसे भिन्न हैं? इस पोस्ट में, हम “सोनोग्राम” और “अल्ट्रासाउंड” शब्दों का अर्थ स्पष्ट करेंगे और दोनों के बारे में कुछ जानकारी प्रदान करेंगे।
सोनोग्राम और अल्ट्रासाउंड के बीच के अंतर को समझने का सबसे आसान तरीका यह है कि अल्ट्रासाउंड एक प्रक्रिया है, और सोनोग्राम एक परिणाम है और एक के बिना दूसरे का अस्तित्व नहीं हो सकता।
- अल्ट्रासाउंड एक उपकरण है जिसका उपयोग तस्वीर लेने के लिए किया जाता है।
- एक सोनोग्राम वह चित्र है जो अल्ट्रासाउंड उत्पन्न करता है।
- सोनोग्राफी नैदानिक उद्देश्यों के लिए एक अल्ट्रासाउंड उपकरण का उपयोग है।
What is Ultrasound in Hindi-अल्ट्रासाउंड किसे कहते है?
अल्ट्रासाउंड को ‘सोनोग्राफी’ भी कहा जाता है, शरीर में हो रही गतिविधियों की तस्वीरे बनाने के लिए इसमें ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है। एक उपकरण जिसे ट्रांसड्यूसर (Transducer) कहा जाता है, यह उच्च आवृत्ति की ध्वनि छोड़ता है, जो कानों को नहीं सुनाई पड़ती। जैसे ही ध्वनि तरंगें नरम ऊतकों व अंगों का आकार, प्रकार और स्थिरता को निर्धारित करने के लिए उछाल या गतिविधि करती है, तो उसको गूँज की मदद से रिकॉर्ड किया जाता है।
सारी जानकारी उस ही समय कंप्यूटर को भेजी जाती है, जो इन जानकारीयों की तस्वीर स्क्रीन पर दिखाता है। यह टेस्ट कैसे करना है, इसके लिए अल्ट्रासाउंड के तकनीशियन या सोनोग्राफरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। अल्ट्रासाउंड स्कैन कई प्रकार के होते हैं, जो इस पर निर्भर करते हैं कि शरीर के किस हिस्से को स्कैन किया जा रहा है और क्यों। इसके मुख्यत: तीन प्रकार होते हैं:
- बाहरी अल्ट्रासाउंड स्कैन (External Ultrasound Scan) – इसमें प्रोब (Probe) त्वचा के ऊपर घूमता है।
- आंतरिक अल्ट्रासाउंड स्कैन (Internal Ultrasound Scan) – इसमें प्रोब को शरीर के अन्दर डाला जाता है।
- एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड स्कैन (Endoscopic Ultrasound Scan) – इसमें प्रोब को एक लंबी, पतली और लचीली ट्यूब (Endoscope) के सिरे पर जोड़ा जाता है और उसे शरीर के अंदर भेजा जाता है। (और पढ़ें – एंडोस्कोपी क्या है)
What is Sonography in Hindi-सोनोग्राफी किसे कहते है?
अल्ट्रासाउंड टेक्निशियन को ही सोनोग्राफर कहा जाता है। पैरामेडिकल क्षेत्र के ये पेशेवर कुछ विशेष उपकरणों की मदद से मरीजों के रोगग्रस्त अंगों की तस्वीरें लेते हैं। सोनोग्राफी रोग का पता लगाने की एक जांच विधि है। इसके लिए जो मशीन इस्तेमाल में लाई जाती है, उससे अल्ट्रासाउंस वेव्स (उच्च फ्रिक्वेंसी वाली ध्वनि तरंगें) उत्पन्न की जाती हैं।
जब इन तरंगों को शरीर के किसी खास हिस्से के ऊपर प्रवाहित किया जाता है, तो सोनोग्राफी मशीन से जुड़ी एक स्क्रीन पर संबंधित अंग, टिश्यू और शरीर के उस हिस्से में हो रहे रक्त संचार की तस्वीरें नजर आने लगती हैं। तस्वीरें लेने की इस प्रक्रिया को ही चिकित्सा क्षेत्र की कामकाजी शब्दावली में सोनोग्राफी या अल्ट्रासाउंड स्कैन कहा जाता है।
Conclusion
आज के इस पोस्ट में हमने जाना की Ultrasound और Sonography किसे कहते है और Difference Between Ultrasound and Sonography in Hindi की Ultrasound और Sonography में क्या अंतर है।