अगर आप प्लास्टिक इंजीनियरिंगमें कोर्स करना चाहते हैं और इसके बारे में सारी डिटेल्स जैसे की प्लास्टिक इंजीनियरिंग क्या है, प्लास्टिक इंजीनियरिंग कोर्स करने के क्या फायदे हैं और प्लास्टिक इंजीनियरिंग का सिलेबस,स्कोप और इसको करने के बाद जॉब और सैलरी क्या मिलती है इन सब चीजों को अच्छे से डिटेल्स में इस पोस्ट में कवर किया गया है।
What is Plastic Engineering in Hindi-प्लास्टिक इंजीनियरिंग क्या है?
प्लास्टिक इंजीनियरिंग विज्ञान का एक क्षेत्र है जो विभिन्न प्लास्टिक उत्पादों के अध्ययन से संबंधित है। प्लास्टिक इंजीनियरिंग क्षेत्र में ये पेशेवर प्लास्टिक उत्पादों और सिंथेटिक सामग्री के विकास और निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग कोर्स को छात्रों को आवश्यक कौशल और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और इस कोर्स के पूरा होने के बाद आप आसानी से किसी अच्छी जगह पर नौकरी कर सकते हो।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग के कोर्स में संस्थानों द्वारा मुख्य रूप से दो कोर्स की पेशकश की जाती है एक प्लास्टिक इंजीनियरिंग में स्नातक और दूसरा प्लास्टिक इंजीनियरिंग में मास्टर।
अगर आप प्लास्टिक इंजीनियरिंग में बैचलर करना चाहते हो तो यह कोर्स 4 साल के लिए होता है, और मास्टर्स 2 साल के लिए होता है। कई प्रमुख संस्थान दोनों पाठ्यक्रमों की पेशकश करते हैं। प्लास्टिक इंजीनियरिंग में कोर्स करने के बाद करियर ले कई विकल्प हैं।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद नौकरी के अवसर
प्लास्टिक इंजीनियरिंग में नौकरी करनेवाले प्लास्टिक सामग्री और इसमें शामिल मशीनरी से निपटते हैं। उनकी प्रमुख भूमिका प्लास्टिक का अनुसंधान, विकास और निर्माण करना है।
उनका काम उत्पादित प्लास्टिक को गुणवत्ता और स्थिरता के लिए नियंत्रित करने की आवश्यकता है। प्लास्टिक इंजीनियरिंग का दायरा एक सोच से बड़ा है। लगभग सभी उद्योगों को प्लास्टिक इंजीनियरों की जरूरत होती है; जैसे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, तेल प्रयोगशाला, आदि।
जैसा की हम सब जानते है की दुनिया भर में प्लास्टिक का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, और जहा पर किसी चीज को इस्तेमाल करने वालो लोगो की संख्या ज्यादा होती है वहाँ नौकरियों के काफी अच्छे अवसर होते है।
अगर दूसरे शब्दों में कहे तो इसका मतलब है कि प्लास्टिक इंजीनियरिंग का दायरा हमेशा से विशाल रहा है। प्लास्टिक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स की हर क्षेत्र में जरूरत होती है। प्लास्टिक इंजीनियरिंग के लिए छात्र विदेश में भी पढ़ाई का विकल्प चुन सकते हैं।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग कोर्स के सब्जेक्ट
प्लास्टिक इंजीनियरिंग के कोर्स में छात्रो को काफी तरह के सब्जेक्ट पढ़ाये जाते है।
B.Tech
1st Year
- English-I
- Mathematics – I
- Physics – I
- Chemistry – I
- Programming in Computers
- Engineering Design
- English-II
- Mathematics-II
- Physics-II
- Chemistry-II
- Electrical and Electronics (Basics)
- Mechanics
2nd Year
- Partial Differential Equations
- Environmental Science
- Materials Engineering/Science
- Organic Chemistry
- Strength of Materials
- Polyurethane
- Polymer Nanocomposites
- Adhesives
- Biomedical Plastics
- Quality Control Techniques
- Quality Management
3rd year
- Probability & Statistics
- Manufacturing Engineering
- Polymer Structure
- Fundamentals Chemical Engineering
- Physical Chemistry (in Polymers)
- Plastics Materials and Applications – I
- Polymer Rheology
- Polymerization
- Plastics Materials & Applications – II
- CAD/CAM/CAE
- Plastics Processing
4th Year
- Fundamentals of Plastics Mold
- Technology in Rubber
- Plastics Testing Techniques
- Instrumentation
- Additives in plastic engineering
- Plastics Processing Technology – II
- Polymer Composites
- Industrial Management and Costing
- Product Design
- Biodegradable Polymers
Sem I
- Plastic Materials
- Plastics Processing Technology
- Plastics mould & Product Design
- Plastics Mold Manufacturing Technology
- Additives and Compounding
- Mathematics for Plastics Technology
- Practical
- Plastics Processing Laboratory I
- Plastics Product
- Seminar
Sem. II
- Plastics Testing Technology
- Plastics Composite Technology
- Industrial Economics and Costing
- Elective I
- Elective II
- Practical
- Plastics Testing Laboratory I
- Plastics Processing Laboratory II
- Seminar
Sem. III
- Elective III
- Elective IV
- Practical
- Plastics Testing Laboratory II
- Project Work Phase I
Sem. IV
Project Work Phase II
List of Electives
- Plastics Characterization Techniques
- Quality Management
- CAD/CAM/CAE Application in Tool Design
- Biodegradable Plastics
- Advanced Plastics Processing Technology
- Polymeric Nanocomposites
- Plastics Waste Management
- Bio-Medical Plastics
- Polymer Blends & Alloys
प्लास्टिक इंजीनियरिंग करियर
जैसा कि पहले ही ऊपर चर्चा की गई है की प्लास्टिक ने मनुष्य के जीवन जीने के तरीके को बदल दिया है और आज हर जगह प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है इसलिए यह क्षेत्र करियर के लिए भी बहुत अच्छा है।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग न केवल प्लास्टिक से संबंधित है; यह प्लास्टिक जैसे धातुओं और अन्य भौतिक पदार्थों पर काम करने से संबंधित है। यह केवल इस बात का संकेत है कि उद्योग में कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग में कैरियर विकल्प पर्याप्त हैं। स्नातक पेट्रोलियम रिफाइनरियों, विभिन्न तेल रिग, पेट्रोकेमिकल्स प्लांट आदि में काम कर सकते हैं। भारत में सैकड़ों प्लास्टिक निर्माण उद्योग हैं और नई सरकारी योजनाओं के साथ; यह पहले से कहीं ज्यादा तेजी से उभर रहा है।
उद्यमशीलता की प्रवृत्ति वाले लोगों के लिए यह सबसे अच्छा क्षेत्र है। प्लास्टिक इंजीनियरिंग में भारत और विदेशों में काफी सारी नौकरियां हैं। भारत में कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद लोग विदेश जाकर भी आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
प्लास्टिक इंजीनियरिंग की जॉब प्रोफाइल
रुझान बताते हैं कि प्लास्टिक इंजीनियरिंग उद्योग में कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आने वाले वर्षों में नई नौकरियां खुल रही हैं जो दर्शाती हैं कि उद्योग में कई और नौकरियां उपलब्ध होंगी।
Plastic Testing Technologist-प्लास्टिक परीक्षण तकनीशियन नए पॉलिमर विकसित करने और प्रयोगशालाओं में परीक्षण करने के लिए क्षेत्र में ज्ञान का उपयोग करता है। लैब कार्य में पॉलीमर के स्थायित्व का परीक्षण शामिल है और पॉलीमर के गुणों को रिकॉर्ड करता है।
Design Technician-डिजाइन तकनीशियन कंपनी या संस्थान के लिए उत्पाद विकसित करने के लिए एक मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के साथ काम करता है। वह डेटा एकत्र करने और उसे संशोधित करने के लिए जिम्मेदार है।
Plastic Mould Maker-ये कुशल और प्रशिक्षित पेशेवर हैं जो उत्पादों के लिए नए नए साँचे बनाने का काम करते हैं। वे कभी-कभी विनिर्माण उद्योगों में धातु कार्य भी कर सकते हैं।
Mould Designer-मोल्ड डिजाइनर नए नए साँचे डिजाइन करता है और उत्पादों के लिए चित्र तैयार करता है। उन्हें अक्सर प्लास्टिक परीक्षण प्रौद्योगिकीविदों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
Process Engineer-एक प्रक्रिया इंजीनियर एक पेशेवर है जो कच्चे माल को वास्तविक उत्पादों में परिवर्तित करने के लिए वैज्ञानिक प्रक्रियाओं को विकसित करता है। उन्हें केमिकल इंजीनियर के रूप में भी जाना जाता है।
Conclusion
इस पोस्ट के माध्यम से आज हमने जाना What is Plastic Engineering in Hindi-प्लास्टिक इंजीनियरिंग क्या है और प्लास्टिक इंजीनियरिंग कोर्स करने के क्या फायदे है साथ ही इस पोस्ट में प्लास्टिक इंजीनियरिंग की फीस,सिलेबस, टॉप कॉलेज,स्कोप और सैलरी की सारी डिटेल्स को भी हमने अच्छे से जाना।