Difference Between Client-Server and Peer-to-Peer Network in Hindi

आज के इस पोस्ट में हम Difference Between Client-Server and Peer-to-Peer Network in Hindi में जानेंगे की Client server और Peer-to-Peer Network के बीच में क्या अंतर होता हैं?

Difference Between Client-Server and Peer-to-Peer Network in HindiDifference Between Client-Server and Peer-to-Peer Network in Hindi

अगर आप कंप्यूटर नेटवर्किंग  के स्टूडेंट हो तो आपने कभी न कभी Client-Server और Peer-to-Peer के बारे में ज़रूर सुना होगा यह दो सामान्य नेटवर्क मॉडल हैं जिनका उपयोग हम अपने दिन-प्रतिदिन के जीवन में करते हैं।

क्लाइंट-सर्वर नेटवर्क मॉडल information sharing पर केंद्रित है, जबकि Peer-to-Peer network model दूर के कंप्यूटरों से कनेक्टिविटी बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।

Client-Server और Peer-to-Peer network model के बीच के मुख्य अंतर की बात की जाये तो यह है की Client-Server model में डेटा मैनेजमेंट Centralized होता है जबकि Peer-to-Peer में प्रत्येक Users का अपना डेटा और एप्लिकेशन होता है।

इसके आलावा भी Client-Server और Peer-to-Peer network model में बहुत सारे अंतर है जिनको हम Difference Table के माध्यम से आगे जानेंगे लेकिन उससे पहले हम Client-Server और Peer-to-Peer network model क्या होता है इसको अच्छे से जानते है।

What is Client-Server in Hindi-क्लाइंट-सर्वर नेटवर्क मॉडल क्या होता है?

इस नेटवर्क मॉडल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है क्लाइंट-सर्वर नेटवर्क में, क्लाइंट और सर्वर दोनों अलग होते हैं। और इसमें सेंट्रलाइज्ड सर्वर का उपयोग डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है क्योंकि इसका मैनेजमेंट Centralized होता है। क्लाइंट-सर्वर नेटवर्क Request की गयी सेवाओं का जवाब देता है।

यहां, सर्वर एक पावरफुल सिस्टम होता है जो डेटा या सूचना को स्टोर करता है। वही दूसरी ओर, क्लाइंट वह मशीन है जो उपयोगकर्ताओं को रिमोट सर्वर पर रखे हुए डेटा एक्सेस करने में मदद देती है।

system administrator सर्वर पर डेटा को मैनेज करता है। इसमें क्लाइंट मशीन और सर्वर एक नेटवर्क के माध्यम से जुड़े हुए होते हैं। और यह क्लाइंट को डेटा तक पहुंचने की अनुमति देता है, भले ही क्लाइंट मशीन और सर्वर एक दूसरे से अलग हों।

क्लाइंट-सर्वर मॉडल में, क्लाइंट मशीन पर client process और सर्वर मशीन पर server process के लिए Request भेजती है। जब सर्वर क्लाइंट Request प्राप्त करता है, तो यह डेटा Requested की तलाश करता है और Reply के साथ इसे वापस भेजता है।

चूंकि इसमें सभी सेवाएं एक Centralized सर्वर द्वारा प्रदान की जाती हैं, इसलिए सर्वर की bottlenecked होने की संभावना हो सकती है, जिससे सिस्टम की efficiency धीमी हो जाती है।

What is Peer-to-Peer network in Hindi-Peer-to-Peer network किसे कहते है?

Peer-to-Peer Network मॉडल क्लाइंट और सर्वर को अलग नहीं करता है, इसमें प्रत्येक Node स्वयं का क्लाइंट और सर्वर होता है। मतलब क्लाइंट-सर्वर के विपरीत, पीयर-टू-पीयर मॉडल क्लाइंट और सर्वर के बीच अंतर नहीं करता है पीयर-टू-पीयर नेटवर्क में, प्रत्येक Node सेवाओं के लिए Request और Reply दोनों कर सकते हैं।

 

पीयर-टू-पीयर नेटवर्क मॉडल में क्लाइंट-सर्वर पर यह फायदा है कि सर्वर में  bottlenecked नहीं होती है क्योंकि पीयर-टू-पीयर सिस्टम में कई नोड्स द्वारा सर्विस प्रदान की जाती हैं।

Difference Between Client-Server and Peer-to-Peer Network in Hindi

अभी तक ऊपर हमने जाना की Client server और Peer-to-Peer Network किसे कहते है? अगर आपने ऊपर दी गयी सारी बाते ध्यान से पढ़ी है तो आपको Client server और Peer-to-Peer Network  के बीच क्या अंतर है इसके बारे में पता चल गया होगा ।

अगर आपको अब भी Client server और Peer-to-Peer Network में कोई confusion है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।

BASIS FOR COMAPAISON CLIENT-SERVER PEER-TO-PEER
Basic इसमें एक विशिष्ट सर्वर और विशिष्ट क्लाइंट सर्वर से जुड़ा होता है। Clients और सर्वर Distinguished नहीं हैं; प्रत्येक नोड क्लाइंट और सर्वर दोनों के रूप में कार्य करते हैं।
Service सर्विस के लिए क्लाइंट Request करता है और Server  उस Request का उत्तर देता है। इसमें प्रत्येक नोड सर्विस के लिए अनुरोध कर सकता है और सर्विस भी प्रदान कर सकता है।
Focus इसका सारा फोकस Information को Share करने में होता है। इसमें सारा फोकस Connectivity पर होता है।
Data इसमें Data एक Centralized सर्वर में स्टोर होता है। Peer-to-Peer में प्रत्येक Users का अपना डेटा और एप्लिकेशन होता है।
Server जब कई क्लाइंट एक साथ सर्विस के लिए Request करते हैं, तो एक सर्वर में bottlenecked हो सकती है। चूंकि इसमें सर्विस पीयर-टू-पीयर सिस्टम में वितरित कई सर्वरों द्वारा प्रदान की जाती हैं, इसलिए सर्वर में bottlenecked नहीं होता है।
Expense क्लाइंट-सर्वर को इम्प्लीमेंट करना महंगा है। Peer-to-peer को इम्प्लीमेंट करना कम महंगा है।.
Stability क्लाइंट-सर्वर अधिक स्थिर और स्केलेबल होता है। Peer-to Peer में सिस्टम अधिक संख्या में बढ़ जाते है तो यह अच्छे से काम नहीं करता है।

Conclusion

आज के इस पोस्ट में हमने  Difference Between Client-Server and Peer-to-Peer Network in Hindi की Client server और Peer-to-Peer Network के बीच में क्या अंतर होता हैं इसके बारे में जाना और साथ ही साथ Client server और Peer-to-Peer Network के बारे में भी अच्छे से जाना।

Client server और Peer-to-Peer Network  में कौन सा इस्तेमाल करना है यह Environment पर निर्भर करता है कि कौन सा नेटवर्क मॉडल लागू करना है क्योकि प्रत्येक मॉडल की अपनी खुबिया और खामियां होती हैं।

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Ravi Giri
Ravi Girihttp://hinditechacademy.com/
नमस्कार दोस्तों, मै रवि गिरी Hindi Tech Academy का संस्थापक हूँ, मुझे पढ़ने और लिखने का काफी शौख है और इसीलिए मैंने इस ब्लॉग को बनाया है ताकि हर रोज एक नयी चीज़ के बारे में अपने ब्लॉग पर लिख कर आपके समक्ष रख सकू।

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