आज के इस पोस्ट में हम Difference Between Distance Vector Routing and Link State Routing in Hindi में जानेंगे की Distance Vector Routing और Link State Routing में क्या अंतर है?
Distance Vector Routing और Link State Routing में क्या अंतर है?
Routing एक ऐसी Mechanism है जिसके द्वारा Source से Destination तक Information को ट्रांसफर किया जाता है। Routing की दो algorithms होती हो एक Distance vector routing और दूसरी link state routing जिन्हें राउटिंग टेबल को अपडेट करने के तरीके के आधार पर वर्गीकृत किया गया है।
अगर Distance vector routing और Link state routing के बीच के मुख्य अंतर की बात की जाये तो यह है कि distance vector routing में राउटर entire autonomous system की इनफार्मेशन को साझा करता है जबकि Link state routing में राउटर अपने autonomous system में केवल अपने पड़ोसी राउटर की इनफार्मेशन को साझा करता है।
इसके आलावा भी Distance vector routing और Link state routing में कुछ महत्वपूर्ण अन्तर है जिनको हम Difference Table के माध्यम से नीचे जानंगे लेकिन उससे पहले हम Distance vector routing और Link state routing क्या होता है इसको और अच्छे से समझ लेते हैं।
What is Distance Vector Routing in Hindi-Distance Vector Routing किसे कहते है?
Distance vector routing में, एक राउटर को हर नेटवर्क सेगमेंट के लिए पूरे रास्ते को जानने की आवश्यकता नहीं होती है इसके लिए वह सिर्फ केवल उस दिशा या वेक्टर को जनता है जिसमें पैकेट भेजना है।
साथ ही Distance vector routing algorithms समय-समय पर अपने Routing Table के सभी या कुछ हिस्सों को अपने आस-पास के Neighbors Routers को भेजते हैं। एक distance vector routing प्रोटोकॉल चलने वाले राउटर नेटवर्क में कुछ परिवर्तन नहीं होने पर भी अपने आप एक निर्धारित अवधि में अपडेट भेजते रहते है।
इसमें एक राऊटर सभी ज्ञात रूट को चेक करता है साथ ही अपने Neighbors Routers से प्राप्त इनफार्मेशन के आधार पर अपनी Routing Table को अपडेट कर लेता है इस प्रक्रिया को “routing by rumour” के रूप में संदर्भित किया जाता है क्योंकि राउटर की जानकारी जो कि नेटवर्क टोपोलॉजी के राउटर की है वह पड़ोसी राउटर की रूटिंग टेबल के परिप्रेक्ष्य पर आधारित है।
RIP और IGRP प्रोटोकॉल में आमतौर distance vector protocol का इस्तेमाल जाता है जो हॉप काउंट या इसके राउटिंग मेट्रिक्स का उपयोग करता है।
What is Link State Routing in Hindi-Link State Routing किसे कहते है?
Link-state routing में प्रत्येक राउटर नेटवर्क टोपोलॉजी के अपने आंतरिक मैप का निर्माण करने का प्रयास करता है। स्टार्ट-अप के शुरुआती चरण में जब एक राऊटर एक्टिव होता तो यह एक मैसेज को नेटवर्क में भेजता है और दूसरे राउटर से उन सूचनाओं को एकत्र करता है जिनसे यह सीधे जुड़ा होता है।
यह इस बारे में भी जानकारी प्रदान करता है कि किसी राउटर तक पहुंचने का लिंक सक्रिय है या नहीं। इस जानकारी का उपयोग अन्य राउटर द्वारा नेटवर्क टोपोलॉजी के मैप का निर्माण करने के लिए किया जाता है। फिर राउटर सबसे अच्छा रास्ता चुनने के लिए मैप का उपयोग करता है।
Link state routing प्रोटोकॉल नेटवर्क में परिवर्तनों के लिए तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं। जब भी नेटवर्क में कोई परिवर्तन होता है तो यह triggered updates भेजता है और 30 मिनट के अंतराल पर periodic update भेजता है।
यदि लिंक बदल जाता है, तो डिवाइस ने परिवर्तन का पता लगाया और सभी राउटरों के लिए उस लिंक के बारे में एक अपडेट संदेश तैयार किया। फिर प्रत्येक राउटर अपडेट मैसेज की एक कॉपी लेता है और उसकी राउटिंग टेबल को अपडेट करता है और मैसेज को सभी पड़ोसी राउटर को फॉरवर्ड करता है। OSPF प्रोटोकॉल एक Link state routing का उदाहरण है।
Distance Vector Routing और Link State Routing में क्या अंतर है?
अभी तक ऊपर हमने जाना की Distance Vector और Link State Routing किसे कहते है अगर आपने ऊपर दी गयी सारी चीजे ध्यान से पढ़ी है तो आपको Distance Vector और Link State Routing के बीच क्या अंतर है इसके बारे में पता चल गया होगा।
अगर आपको अब भी Distance Vector और Link State Routing क्या होता है और इसमें क्या अंतर है में कोई Confusion है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।
BASIS FOR COMPARISON | DISTANCE VECTOR ROUTING | LINK STATE ROUTING |
---|---|---|
Algorithm | Bellman ford | Dijsktra |
Network view | Router सारे नेटवर्क की इनफार्मेशन को अपने Neighbors के साथ शेयर करता है और उसी के आधार ओर Routing टेबल अपडेट होती है। | एक राउटर अपने पड़ोसियों के बारे में जानकारी केवल Flooding के माध्यम से सभी राउटरों को भेजता है। |
Best path calculation | Based on the least number of hops | Based on the cost |
Updates | यह Full routing table को अपडेट करता है। | यह केवल Link state updates को ही प्रदान करता है। |
Updates frequency | इसमें Periodic updates होते है। | इसमें Triggered updates होते है। |
CPU and memory | इसमें CPU और Memory की खपत कम होती है। | इसमें CPU और Memory की खपत ज़्यादा होती है। |
Simplicity | यह काफी सिंपल है | इसमें एक trained network administrator की आवश्यकता होती है। |
Convergence time | Moderate | Fast |
Updates | On broadcast | On multicast |
Hierarchical structure | No | Yes |
Intermediate Nodes | No | Yes |
Conclusion
आज की इस पोस्ट में हमने जाना Difference Between Distance Vector Routing and Link State Routing in Hindi की Distance Vector और Link State Routing के बीच में क्या अंतर होता हैं और साथ में Distance Vector और Link State Routing क्या होता है इसको भी अच्छे से समझा।
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